आज है गणतंत्र दिवस, पर रोज हो रहा है षडयंत्र दिवस...!!!


आज है गणतंत्र दिवस, पर रोज हो रहा है षडयंत्र दिवस...!!!


आप सभी को 71वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक और मंगलकामनाएं। जय हिंद…!!!! जय भारत..!!!!

पिछले कई दिनों से मन व्याकुल हो रहा है, एक खोज में लगा रहा, देखना चाहता था की मेरे देश में क्या हो रहा है. आज अभी एक बात तो साबित हो गई, की अभी भी मेरे देश में कुछ लोग मानसिक तोरपर बीमार है, कुछ लोग सो रहे है, कुछ सोने का नाटक कर रहे है, कुछ लोग बिमारी से बहार निकलने का प्रयास भी कर रहे है और कुछ लोग पूरी उत्साह के साथ उठ खड़े हुए है.

आज देश में जो हालात है, इसी की वजह से देश के कई हिस्सों में लोगो की एकता देखने मिलती है. क्रांती हरदम कुर्बानी मांगती है, वो चाहते थे लोगो को आपस में लड़वा देंगे, पर लोग जागने लगे है अपने विचारों पर काम कर रहे है, और पिछले कुछ दिनों में हम देख रहे है लोगो ने एक साथ आने की सुरुवात कर है.


एक बिज से पौधा होता है, और पौधेसे बाग़ बनता है, और बाग़ से बागबान बनाता है. उसी तरह JNU और जामिया से निकला, विचार एक बीज की तरह शाहीनबाग़ से पुरे देश में बागबान बन रहा है. यह ही बदलाव है, जो मेरे देश में आज सभी धर्म और जाती के लोग साथ आरहे है.

हे शवराज
उठते है तूफान, बवंडर भी उठते!
जनता जब कोपाकुल हो भृकुटी चढ़ाती है!!
दो राह, समय के रथ कि घर्घर नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
महाकवि. स्व रामधारी सिंह दिनकरजी

१९७५ में एक घोषित आतंरिक आपातकाल देखा है देश ने.. और एक अघोषित आपातकाल देश अभी २०१९ से हम देख रहे है... तब भी देश एक साथ आया था, और आज भी देश एक साथ आरहा है, सभी की ताकत और हिम्मत को सलाम.
अगर ख़िलाफ़ हैं होने दो जान थोड़ी है, ये सब धुआँ है कोई आसमान थोड़ी है

लगेगी आग तो आएँगे घर कई ज़द में, यहाँ पे सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी है
मैं जानता हूँ के दुश्मन भी कम नहीं लेकिन, हमारी तरहा हथेली पे जान थोड़ी है
हमारे मुँह से जो निकले वही सदाक़त है, हमारे मुँह में तुम्हारी ज़ुबान थोड़ी है
जो आज साहिबे मसनद हैं कल नहीं होंगे, किराएदार हैं ज़ाती मकान थोड़ी है
सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में, किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है
कवी. राहत इन्दौरी

अब्दुल कलाम का ख़्वाब हूँ मैं, ग़ालिब हूँ और गुलज़ार हूँ मैं, दुनिया में सर्वमान्य हूँ मैं, देशों में देश महान हूँ मैं,
मैं देवभूमि, मैं जगतगुरू, मैं सोने की चिड़िया भी हूँ, मैं दिल से हरा भरा भी हूँ।
दुनिया लोहा माने मेरा, मैं करूं न तेरा और मेरा, गंगा जमुनी तहज़ीब हूँ मैं, नवरात्र हूँ मैं, रमज़ान भी हूँ।
केसरिया और हरा भी हूँ, मैं राम हूँ और रहीम भी हूँ, मैं काला हूँ, गोरा भी हूँ।
मैं छोटा और बड़ा भी हूँ, मैं मंदिर का गुम्बद भी हूँ, और मस्जिद की मीनार भी हूँ, मैं घूंघट हूं, बुरखा भी हूं।
मैं गीता औऱ कुरान भी हूं, वेदांत विवेकानंद का मैं, अब्दुल कलाम का ख्वाब भी हूँ, मैं भगत सिंह, अशफ़ाक़ भी हूँ।
तुलसी हूं और रसखान भी हूं, मैं बसा लता के गानों में, रहमान की उम्दा तानों में।
मैं जोधा हूं, अकबर भी हूं, मैं हीर हूं और रांझा भी हूं, मैं शाहरुख हूं, सलमान भी हूं, अमिताभ और दिलीप कुमार भी हूँ।
मैं हेमा, जया, फरीदा हूँ, नूतन, वैजंती माला हूँ, मैं तो सुभाष मतवाला हूँ, मैं माँ हूँ और खाला भी हूँ, देविका रानी, मधुबाला हूँ।
मैं ज़ाकिर सा सख्त भी हूँ, और बच्चों सा भोला भी हूँ, मैं राधा हूँ, मीरा भी हूँ, मैं कृष्ण हूँ और सुदामा हूँ।, मैं ज़ाकिर का तबला भी हूँ।

और बिरजू का कथक भी हूँ, मैं लक्ष्मी बाई सी निडर भी हूँ, दामिनी सी डरी डरी भी हूँ, मैं भातखंडे, नालंदा हूँ।
मैं के डी सिंह, मिल्खा भी हूँ, मैं दीवाली और ईद भी हूँ, मैं तो प्राचीन सभ्यता हूँ, संस्कारों की गंगा भी हूँ।
कर्तव्य, वफ़ा, ईमान हूँ मैं, निःस्वार्थ प्रेम, विश्वास भी हूँ, मैं वसुधैव कुटुम्बकम हूँ।
टुकड़ो में न बांटो मुझको, मिलकर के प्यार करो मुझको, न हिन्दू हूं, न मुस्लिम हूं, न हिंदी हूं, न उर्दू हूं।
मैं तेरा हूं, उसका भी हूं, मैं भारत हूं, सभी का हूं।

- देविका टंडन

Comments

  1. If you're looking to lose weight then you need to start using this brand new custom keto meal plan.

    To create this keto diet service, certified nutritionists, fitness trainers, and cooks joined together to develop keto meal plans that are efficient, convenient, money-efficient, and delightful.

    Since their grand opening in January 2019, 100's of individuals have already remodeled their figure and well-being with the benefits a great keto meal plan can offer.

    Speaking of benefits: in this link, you'll discover eight scientifically-confirmed ones given by the keto meal plan.

    ReplyDelete

Post a Comment