“आर्थिक आजादी के लिये फाइनेंशियल आईक्यू”

 

“आर्थिक आजादी के लिये फाइनेंशियल आईक्यू

चलो अपने फाइनेंशियल आईक्यू को बूस्ट करने की कोशिस करते है।

हमारे देश में तथा पुरी दुनिया मे आईक्यू (IQ) को बच्चो की पढ़ाई के साथ ही जोड़ कर देखा जाता है। या फिर नोकरी मे बढोतरी के लिये देखा जता है। पर कोई भी इंसान या ये कहे की कोई भी गरीब इंसान कभी भी अपने आपको पैसे के मामलेमे आर्थिक आजाद होने के लिए अपने आईक्यू (IQ) का इस्तमाल नहीं करता। आज भी देखने को मिलता है की, लालच के चलते लोग अपने पैसे गवा बैठते है।

जिस भी इंसान के पास यह फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) नहीं है। उसको अगर कही से भी १ करोड़ रुपये मिल जायेंगे तो वो कुछ ही वर्षो में वापस वही पहुच जाते है, जहा से सुरु वाट किया था। अब मुद्दा यह है की पैसे को बुद्धिमानी से खर्च करना है। बुद्धिमानी से बचना है या फिर बुद्धिमानी से निवेश करना है। क्योंकि पैसे को सही तरीके से संभालना आइसक्रीम को संभालने जैसा है। उसे सही समय पर सही जगह रखना पड़ता है। नहीं तो वह पिघल जायेगी, और हाथ में कुछ भी नही बचेगा। इसीलिए जैसे आइसक्रीम को संभालने के लिए जल्दी निर्णय लेना पड़ता है वैसे ही पैसे को भी संभालने के लिए सही समय पर सही निर्णय लेना बहोत जरुरी है।

चलिए, हम इस लेख में फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) के फायदे और उसे कैसे इस्तमाल करना चाहिए। इसे समझने की कोशिस करते है। हम अपनी छोटी छोटी आदतों से अपने फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) को बढ़ा सकते है और अपने जिंदगी में बदलाव ला सकते है।

आर्थिक आजादी के लिए वित्तीय बुद्धिमानी बढ़ाना!

वित्तीय बुद्धिमानी अपने आपमें पैसे की देखभाल और जम्मेदारी से खर्च करने के बारे में हमारी सोच को दर्शाता है। द हिन्दू में २०१७ की एक रिपोर्ट में बताया था की आज भी हमारे देश में ८६% लोगो की वित्तीय समझ याने फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) बहोत कम है। या यह माने की, नहीं है तो भी चलेगा। क्योंकि हमारे देश में सिर्फ किताबी बाते पढ़ाई जाती है। उसका इस्तमाल कैसे करना है कही नहीं पढ़ाया जाता है। यह आप इस बात से समझ सकते है की 1920 में स्टोक मार्केट और 1965 में पहली बार RBI और UTI ने मिलकर म्युच्युअल फंड की सुरुवात की, फिर भी आज 2021 में 137 करोड़ की आबादी वाला देश 2.5% से भी कम निवेश करता है।

आर्थिक आजादी के लिए वित्तीय बुद्धिमानी को बढ़ाना, याने पैसे के काम करने के सही तरीके को समझना है। और जिसे हम अपने रोज के अपने काम से समझ भी सकते है। अगर हम समझना चाहते है तो। क्योंकि दोस्तों आपका पैसा अपने आप ही खुद को डबल या ड्रिबल नहीं करेगा। उसे यह करने के लिए आपको उसकी मदद करनी होगी। ताकि वह सही समय पर आपके हाथ में सही पैसे रख पाए। आप इसे एक छोटे से प्रयोग की तरह देख सकते है। अपने 30 दिन के खर्च का नियोजन करे और उसे उसी तरहर करने की कोशिस करे। जोभी बहोत जरुरी चीजे है उसे ही खरीदना है, बाकी चीजो को रोक कर रखे। 30 दिनों बाद आपको उन चीजो की जरुरत महसूस नहीं होगी। कर के देखिये!

आर्थिक आजादी के लिए फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) क्यों महत्वपूर्ण है?

आपको सुरुवात में ऐसा लग सकता है, की क्या ज्ञान दिया जा रहा है। दोस्तों आपको बता दू। इस कोविड-19 की परिस्थिति ने पूरी दुनिया को बहोत कुछ सिखा दिया है। अगर अभी भी आप नहीं सीखोगे तो आगे आप खुद ही समझदार हो। क्योंकि आर्थिक आजादी चाहिए तो यह समझना बहोत जरुरी है। कमाना, बचाना और बढ़ाना! साथ ही कमाई के कम से कम दो माध्यम सभी के पास होने ही चाहिए। यह तरिका आपके फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) को बढाने में बहोत मदद करेगा। आप कितना भी कमाई करते हो, उसमे से बचना बहोत ही आशन होता है। पर हम बचाही नहीं पाते तो निवेश कैसे कर सकते है। और जब निवेश नहीं करेंगे तो हम आर्थिक आजादी की तरफ कभी नहीं बढ़ सकते।

मैं जनता हु की, सभी की आर्थिक परिस्थिति अलग होती है। पर हम उसे बदल सकते है। छोटे छोटे प्रयत्न से! मैंने इसका इस्तमाल किया है और कर भी रहा हु। अपने अनुभव के साथ यह आप तक लाने का एक इमानदार प्रयास है। इसे जरुर पूरा पढ़े और सभी के साथ साझा करे।



 आर्थिक आजादी के लिए फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) को हम सुधर सकते है।

अच्छा फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) अपने पैसे की सही तरीके से देखभाल और जिम्मेदारी के साथ खर्च करने से और बचे हुए पैसे को फिर से बढाने से आता है। चलो देखते है किस तहर से हम आर्थिक आजादी के लिए फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) को बढाया जा सके।

बचत पर ध्यान देना:-

आपको यह बताने की जरुरत नही है की, अच्छे फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) वाले लोग खर्च करने से पहले बचाते है। और बाकी के लोग पैसे आने से पहले ही खर्च करने के बारे में सोचने लगते है। तो सही तरिका क्या है? बचत करने के लिए! हर महीना अपनी कमाई का एक हिस्सा सबसे पहले बचत करना चाहिए। और यह अपनी आदत में डालना चाहिए। यह आपकी जिंदगी बदल देगा। ईससे यह आपके आपात परिस्थिति एक अच्छा फंड बनाने में आपको मदद करता है। अपनी बचत के साथ आप अपने छोटे बड़े सपनों को पूरा कर सकते है। और लंबे समय की लिए किये गए बचत तथा निवेश से आप अपने सभी सपने पुरे कर सकते है। और हर तरह के कर्ज से भी मुक्त हो सकते है।

 अपने खर्च का मूल्यांकन करे:-

यदि आपको लगता है कि आपका पैसा रेत की तरह आपके दानों हाथों से फिसल रहा है, तो यह देखने का सही समय है कि सारा पैसा कहां जा रहा है। अपने सभी खर्चों की एक सूची बनाना आपके लिए एक महान आदत की ओर पहला कदम हो सकता है। और इसे दैनिक, साप्ताहिक या मासिक आधार पर किया जाना चाहिए। हर किसी की खर्च करने की अपनी एक हैसियत होती है। और कई बार लोग अपनी हैसियत से जादा ही खर्च कर बैठते है।

 यह उन खर्चों पर नज़र रखने में आपकी मदद करके आपके पैसे को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में मददगार होगा जो महत्वपूर्ण हैं। आप अपने दैनिक खर्चों पर नज़र रखने के लिए एक व्यक्तिगत डायरी या नोटबुक भी रख सकते हैं यदि आपको यह याद रखने में परेशानी होती है कि आपने पैसा कहाँ खर्च किया है। तो यह आपको मदद करेगा।

अपनी खरीदारी की योजना बनाए:-

हम सभी के पास एक इच्छाओ की लिस्ट होती है जो कभी भी ख़त्म नहीं होती। लोग हर बार अपनी इच्छाओ की लिस्ट में नई चीजे जोड़ते रहते है और अपने हेसियत से जादा ही खर्च कर देते है यह जो हैसियत है वह हर महीने बदल सकती है अगर हमने इसके बारे में अधिक अच्छे से मूल्याकन करके नियोजन करेंगे तो। यह जो हैसियत है वह हर महीने बदल सकती है अगर हमने इसके बारे में बहोत ही अच्छे से मूल्याकन करके नियोजन करेंगे तो।

हम एक नई कार, दागिने, इलेक्ट्रॉनिक्स, बड़ा घर चाहते हैं, हम सभी की विलासिता का कोई अंत नहीं है। हर कोई हर चीज, तुरंत ही खरीदारी करना चाहते हैं। अच्छे फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) का एक बड़ा संकेत खरीदारी की योजना बनाना है। अपने आवेग से खरीदने की आदत को बनायें और अगर आपको कोई ऐसी चीज़ पसंद है जो आपके बजट से बाहर हो, तो बचत करें और फिर इसे अपने वित्तीय स्वास्थ्य को प्रभावित किए बिना खरीदें।

निवेश:-

पैसा बचाना सभी के लिए एक बड़ी आदत है लेकिन अगर आप इसे डबल या टिबल करना चाहते हैं, बचत के बाद निवेश करने से आप वो पासकते हो वो चाहे वह अल्पकालिक लक्ष्यों की पूर्ति के लिए हो या सेवानिवृत्ति की योजना के लिए, पैसा निवेश करना एक महान आदत है। शेयर बाजार, रियल एस्टेट, फिक्स्ड डिपॉजिट, डिजिटल करंसी इत्यादि जैसे पैसे निवेश करने के कई विकल्प हैं। हालांकि, जब आप अपना पैसा निवेश करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप बाजार के सभी पेशेवरों और विपक्षों पर पर्याप्त रूप से शोध और अभ्यास करें, जिसमें आप गोता लगाने का इरादा रखते हैं। तो आप अच्छा और स्थिर रिटर्न बना सकते हैं।

अपने नेट वर्थ को ट्रैक करें:-

नेट वर्थ आपकी कमाई, आपका निवेश और भविष्य में होने वाली संपत्ति को कहते है. यह जानना कि आप कितना कमाते और बचाते हैं, अच्छा है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। यह जरुरी है, कि आप अपने नेट वर्थ को जानते हैं कि आप जो कमाते हैं, उसको केवल ट्रैक करते हुए आपको आपके नेट वर्थ की एक स्पष्ट तस्वीर देख सकते है। हो सकता है कि आपकी अभी की कमाई आपको आपकी असली कीमत न दे, आपकी नेट वर्थ आपको बताती है की आप कर्ज में है या आपकी संपत्ति बढ़ रही है।

आपको हमेशा, आपके कर्ज और निवेश पर ध्यान देना होगा। सभी तरह के कर्ज जो अभी चालू है, क्रेडिट कार्ड, कोई बिल, कोई क़िस्त सभी को सामिल करे और जल्द से जल्द उसे अपने निवेश से ख़त्म करे। और अपने नेट वर्थ को बढाने का पूरा प्रयास करे।

अपने क्रेडिट कार्ड के खर्च को लिमिट करे:-

एक जमाने में क्रेडिट कार्ड कुछ ही लोगोके पास होता था। बैंक सिर्फ अच्छे खासे पगार होने वाले को ही क्रेडिट कार्ड देती थी। लेकिन अभी तो बैंक क्रेडिट कार्ड सभी को मुफ्त में बाट रही है। उसका परिणाम यह है की अधिक तर लोगो को आज कर्ज में पडे देखने को मिलते है। हालांकि, जब आपके फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) में सुधार की बात आती है, तो अक्सर यह सलाह दी जाती है कि आप अपने द्वारा उपयोग किए जाने वाले क्रेडिट कार्ड की संख्या को सीमित करें और उसका उपयोग भी सीमित करें। अक्सर, जब किसी के पास बहुत सारे क्रेडिट कार्ड होते हैं, तो सभी की खरीद का ट्रैक खो जाता है। जब महीने के अंत में बिल प्रस्तुत किया जाता है, तो आंकड़ा आपके पूरे बजट के संतुलन को हिला कर रखा देता है। इसीलिए कार्ड का इस्तमाल कम से कम या तो नहीं करेंगे तो भी चलेगा। यदि आप इस आदत को बनाए रखते हैं, तो यह लंबे समय में आपकी वित्तीय स्थिरता को भी प्रभावित करेगा।

जब आवश्यक हो तभी कर्ज लें:-

आज हमारे पास कर्ज लेने के बहोत आसान तरीके है। जिसके माध्यम से छोटे बड़े सामान खरीदना बहोत ही आसन हो गया है। आज हर चिज EMI पर खरीद कर हम सभी सपने मासिक हप्तो पर पूरा करने लगे है। और लोग आज उधर की जिंदगी जीने लगे है। पर हमें समझना होगा की कर्ज लेना अच्छा भी है और बुरा भी सभी कर्ज अच्छे नहीं होते। जिस कर्ज से आपके जेब में पैसे आते है वो अच्छे कर्ज और जिस कर्ज से आपकी जेब से पैसे जाते है वो बुरे कर्ज। सिर्फ और सिर्फ जरुरत होने पर ही कर्ज का विचार करें और जब आपको लगे कि आपकी कमाई पर्याप्त रूप से मासिक किस्तों के बोझ को संभाल सकती है। तभी आप कर्ज के लिए आवेदन करे, क्योंकी कोई भी कर्ज आपके लंबे समय में वित्तीय स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करता है।

व्यक्तिगत वित्त पर किताबें पढ़ें:-

एक अच्छी पुस्तक आपको गलतियाँ करने के बाद व्यक्तिगत अनुभव से बहुत कुछ सिखा सकती है। हमारे बाजार में व्यक्तिगत वित्त पर बहोत से महान लेखकों की कुछ बेहतरीन पुस्तकें हैं। जिसे आप आसानी से खरीद कर पढ़ सकते है।

ये पुस्तकें न केवल आपके फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) में सुधार करेंगी, बल्कि व्यक्तिगत वित्त से संबंधित संदेहों को भी स्पष्ट करेंगी। व्यक्तिगत वित्त और बजट पर लेख, ब्लॉग और पत्रिकाओं को पढ़ने के लिए भी समय लें, जो आपको नियमित रूप से अपने वित्त को सही तरीके से प्रबंधित करने के लिए सही टिप्स और ट्रिक प्रदान करेगा।

किसी वित्तीय सलाहकार / कर नियोजक से सहायता लें:-

यदि आप अभी भी अनिश्चित हैं कि अपने वित्त को कैसे प्राप्त करें, तो यह अनुशंसा की जाती है कि आप वित्तीय सलाहकार या कर नियोजक से मिलें। सामान्य रूप से वित्त के क्षेत्र के उनके तकनीकी ज्ञान और विशेषज्ञ ज्ञान के साथ, वे आपके वित्त को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में आपकी सहायता करने में सक्षम होंगे। इसके अतिरिक्त, टैक्स प्लानर की सेवाएं लेने से आपको सही राशि का भुगतान करने में भी मदद मिलेगी, जिसकी गणना आप कर सकते हैं, जहां आप छूट का दावा कर सकते हैं और कानून को तोड़े बिना करों में बचत कर सकते हैं।

जब एक उच्च फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) के लिए विवेकपूर्ण आदतों की खेती करने की बात आती है, तो व्यक्तिगत वित्त के बारे में अधिक जानने के लिए समय निकालने से बेहतर कुछ नहीं होता है। वित्त की दुनिया में नवीनतम के बारे में लूप में रहने के लिए, चाहे वे कितने भी युवा हों या बूढ़े, हर व्यक्ति को अपने पैसे कमाने की जरूरत है। आपको वित्त की आवश्यकता नहीं है, लेकिन विभिन्न सत्यापित स्रोतों के माध्यम से व्यक्तिगत वित्त के बारे में खुद को शिक्षित करना और बेहतर बजट के लिए नए कौशल सीखना आपके फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) को बढ़ाने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय कर सकता है। और आप अपने सभी सपनों को बहोत ही आसानी से पुरा कर सकते है बिना किसी कर्ज के। कर्ज मुक्त जीवन ही हमारे फाइनेंशियल आईक्यू (IQ) को और भी बेहत कर सकते है।

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